सूरत ज़िले के बाड़ोली तालुका के वाकानेर गांव से "आदिवासी न्याय यात्रा" की शुरुआत की गई। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोऑर्डिनेटर डॉ जनक कुशवाहा ने झंडी दिखाकर यात्रा का शुभारंभ करते हुए कहा कि आदिवासी न्याय यात्रा आदिवासियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यह यात्रा विधानसभा के प्रत्येक गांव से होकर गुजरेगी। भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में जिस तरह से आदिवासियों के प्रति नफरत और उनके जल जंगल जमीन पर सरकारी कब्जे का खड़े यंत्र किया जा रहा है और सरकार अपने पूंजीपति दोस्तों के हाथ आदिवासी की जमीन को औने पौने दामों में देने का प्लान बना रही है। यह यात्रा उस से निजात देने के लिए महत्वपूर्ण है।
गुजरात में कांग्रेस की सरकार आते ही आदिवासियों के जीवन स्तर में सुधार होगा। यूपीए 2 में भोजन का अधिकार कानून लाकर आदिवासियों के जीवन में एक क्रांतिकारी बदलाव लाया गया था। इस कानून के तर्ज पर आदिवासियों के लिए अलग से कानून बनाने की जरूरत है, जो कांग्रेस शासन में ही संभव है। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रदेश महासचिव हेमांगी बहन, प्रकाश भाई मेहता, अजय भाई गामी, किरण भाई पटेल, किरण भाई लकड़ा, पिछड़ा वर्ग विभाग के नाथू काका, जीतू भाई पटेल सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।