उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव डॉ जनक कुशवाहा ने अमित शाह द्वारा काला ड्रेस पहनकर प्रदर्शन करने को लेकर जो बयान दिया था, उसकी कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि अमित शाह के अंदर भारत के मूलनिवासी आदिवासी और दलित समाज के प्रति उनके नजरियों का पता चलता है। शाह को पता होना चाहिए कि भारत में निवास करने वाले 75% लोग काले है, जो भारत की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं और उस पर टिप्पणी करके अमित शाह ने आदिवासी और दलित समाज की अस्मिता पर सवाल खड़ा किया है। इसके लिए भारत से उन्हें माफी मांगना चाहिए।
जनक कुशवाहा ने आगे कहा कि माननीय न्यायाधीश और वकील जो काले रंग का वस्त्र पहनकर प्रतिदिन अदालत में जाते हैं, उनका भी अमित शाह ने उपहास उड़ाया है। माननीय न्यायाधीश काले वस्त्र को पहनकर लोगों को न्याय देने वकील न्याय दिलाने का काम करते हैं। इसके लिए भी अमित शाह को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।
मैं खुले तौर पर कहना चाहता हूं कि जब भगवान श्री राम ने लंका के तरफ कुच करने की रणनीति बनाई उन्होंने सबसे महत्वपूर्ण काले रंग के जामवंत जी को आगे किए थे और लंका में विजय प्राप्त करने में सफल हुए कांग्रेस पार्टी ने भी काले कपड़े पहन कर के भगवान राम का आशीर्वाद लिया है। रावण रूपी भारतीय जनता पार्टी की सरकार को समाप्त करने के लिए निकल पड़ा है, अब वह समय बहुत निकट है जब भारतीय जनता पार्टी की लंका जलकर राख हो जाएगी।