किसान नेता श्यामलाल जोकचन्द जी ने बताया कि आज बोरखेड़ा में श्री राम कथा के अवसर पर पहुंचकर आरती कर पोथी पूजन किया. और बताया कि श्री राम कथा सबको सुनना और करना चहिये कथा करने से भगवान राम, माता सीता, और हनुमान जी का आशीर्वाद मिलता है. रामायण पाठ करने से जीवन की समस्याओं का समाधान होता है. रामायण पाठ से आत्मविश्वास बढ़ता है और नकारात्मकता दूर होती है. मानसिक शांति और भौतिक सुख प्राप्त होते हैं. आध्यात्म की ओर रुचि बढ़ती है.
बता दे कि भगवान राम के सपूर्ण चरित्र को दर्शाने वाली कथा रामायण महाकाव्य की रचना महर्षि वाल्मीकि जी ने की थी. वाल्मीकि जी ने 24000 श्लोकों में श्रीराम उपाख्यान रामायण लिखी. ऐसा माना जाता है कि एक बार वाल्मीकि क्रौंच पक्षी के जोड़े को देख रहे थे. प्रेम मे लीन उस जोड़े में से नर पक्षी का एक बहेलिये ने वध कर दिया. जिसके बाद मादा पक्षी विलाप करने लगी. उसका विलाप सुनकर वाल्मीकि जी का मन दुखी हो गया.