किसान नेता श्यामलाल जोकचन्द्र जी को घटना की सूचना मिलते ही समर्थकों के साथ गाँव पहुंचे तब तक दबिश देने वाले लोग रवाना हो चुके थे और वहां के लोगों से पता चला कि गाँव रूपी में बुधवार की सुबह उस समय अफरा- तफरी और भय का माहौल बन गया, जब करीब 25-30 लोग स्कॉर्पियो और अन्य गाड़ी में सवार होकर अचानक गाँव पहुंचे, ये लोग सीधे किसान पंडित राजाराम शर्मा के घर पर दबिश देने पहुंचे. ग्रामीणों का कहना है कि सभी लोग सिविल ड्रेस में है. और न तो उन्होंने वर्दी पहनी थी न किसी से अपनी पहचान बताई.
बता दे कि घर का दरवाजा तोड़कर घर की तलाशी ली गयी. पूरे घर का सामान अस्त- व्यस्त कर दिया गया.घटना के समय किसान की पत्नी घर पर अकेले मौजूद थी. घर के साथ ही पास में बन रहे मकान की भी तलाशी ली. गाँववासियों का कहना है कि कारवाई के दौरान यह स्पष्ट नहीं किया गया छापा किस विभाग द्वारा मारा जा रहा है. सूत्रों का मानना है कि दबिश देने वालों में पुलिस या नारकोटिक्स विभाग के लोग हो सकते है.
जोकचंद्र जी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों के इशारे पर पुलिस और नारकोटिक्स विभाग किसानों पर दबाव बना रहे है, कभी भी कही भी अचानक पहुचंकर सबको डराया धमकाया जा रहा है. किसानों पर फर्जी मुकदमे लादे जा रहे है और करोड़ो रुपये की वसूली की जा रही है. उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही इस तरह की कारवाईयों पर रोक नहीं लगी तो किसानों को एकजुट होकर बड़ा आन्दोलन करना पड़ेगा.