कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन होने से रोजमर्रा की अन्य आवश्यक वस्तुओं के साथ साथ गौवंश के चारे के लिए भी संकट उत्पन्न हो गया है। खुद किसानों के सामने भी अपने पशुओं को चारा खिलाने का संकट है। मल्हारगढ़ विधानसभा से काँग्रेस किसान नेता श्यामलाल जोकचंद का कहना है कि लॉकडाउन में भूसे के स्टॉक की उपलब्धता बेहद कम है, जिसके चलते खेतों से ही चारे की व्यवस्था करनी पड़ रही है। चारे की ठप्प हुई आवक से और सरकार की बदलती प्राथमिकताओं के चलते आम लोगों के सामने कोरोना के समय में बहुत सी समस्याएं मुंह बाए खड़ी है। लॉकडाउन के चलते मंदसौर में भी ट्रकों की आवाजाही पर विराम लगा हुआ है, जिसके कारण सूखे चारे का जुगाड़ हो पाना मुश्किल हो गया है।