किसान नेता श्यामलाल जोकचन्द जी ने बताया कि बिना मुण्डेर के कुए में गिरने से कई बार कई लोगों की जानें जा चुकी है. हर बार प्रशासन पटवारी को नोटिस देकर बिना मुंडेर के कुए की जानकारी एकत्रित कर इति श्री कर लेता है. लगातार हादसे को देखते हुए प्रशासन पर गुस्सा निकाला.
सड़क निर्माण के दौरान ठेकेदार को भी बिना मुंडेर वाले कुए पर मुंडेर बनाने का टेंडर मिलता है. अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से सांठ-गांठ कर ठेकेदार सड़क किनारे बिना मुण्डेर के कुए पर मुण्डेर नही बनाते है. यह राशि भ्रष्टाचार में चली जाती है और आए दिन एसे हादसे होते है. जोकचंद जी घटना स्थल पर पहुंचकर दुख व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की.