कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अब लखीमपुर जाकर पीड़ित परिवारों से मिलेंगे। राहुल गांधी दिल्ली से हवाई मार्ग से लखनऊ पहुंच रहे हैं, वहीं सीतापुर गेस्ट हाउस में बनी अस्थाई जेल से प्रियंका गांधी को भी रिहाई मिल गई है। वह राहुल गांधी के साथ लखीमपुर जाएंगी। ज्ञात हो कि प्रियंका जी को चार अक्टूबर को तड़के साढ़े चार बजे सीतापुर के हरगांव से उस वक्त गिरफ्तार किया गया था जब वह लखीमपुर जाने की कोशिश कर रही थीं। वहीं राहुल जी के लखीमपुर जाने के ऐलान के बाद से ही यूपी का सियासी पारा चढ़ा हुआ था। राज्य सरकार ने राहुल गांधी को लखीमपुर या सीतापुर जाने की इजाजत नहीं दी थी। लखनऊ में पुलिस कमिश्नर डी.के.ठाकुर ने बताया कि राहुल को लखीमपुर या सीतापुर न आने देने के लिए वहां के प्रशासन ने अनुरोध किया। उत्तर प्रदेश शासन ने दिल्ली हवाई अड्डा के अधिकारियों से भी राहुल को रोकने का अनुरोध किया था। उधर, दिल्ली में राहुल गांधी ने आज सुबह एक प्रेस कांफ्रेस कर सरकार पर तानाशाही और किसानों को कुचलने का आरोप लगाया और लखनऊ के लिए फ्लाइट पकड़ने को हवाई अड्डा पहुंच गए।
किसानों के साथ लगातार खड़ी कॉंग्रेस और कार्यकर्ताओं की फौज के प्रदर्शन को देखते हुए अंतत: राज्य सरकार को घुटने टेकने पड़े और प्रियंका गांधी को रिहा करना पड़ा। जिससे कॉंग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह है। इस मौके पर मध्य प्रदेश कॉंग्रेस से प्रमुख किसान नेता व प्रदेश महामंत्री श्यामलाल जोकचंद ने कहा,
"प्रियंका गांधी जी रिहा हुईं---मेरे दोनों नेता योद्धा है, गर्व है हमें राहुल गांधी जी पर जिनके आगे मोदी योगी खामोश हो जाते है और प्रियंका जी गांधी के आगे योगी आदित्यनाथ थर थर कांपते हैं। उम्मीद है यह दोनों मिलकर किसानों की शहादत का बदला लेकर रहेंगे।"